मैं तो यहाँ हूँ
मैं तो यहाँ हूँ
| Author | रामदरश मिश्र |
| Year of Issue | 2015 |
| Publication Name | इंद्रप्रस्थ प्रकाशन |
| Link | के -71, कृष्णनगर, दिल्ली- 110051 |
Description
'मैं तो यहाँ हूँ ' रामदरश मिश्र का नवीनतम काव्य संग्रह है यह नहीं कहना है, कहना यह है कि इक्यानवे वर्ष की अवस्था वाले कवि का यह बहुत ताज़ा काव्य-संग्रह है। वृद्धावस्या में प्रायः लेखकों की रचनात्मकता समाप्त हो जाती है या ठंडी पड़ जाती है। वे लिखते भी हैं तो प्रायः अपने को दुहराते हैं और उनका कष्य लोक-जीवन से कटकर अरूप अध्यात्म से जुड़ जाता है लेकिन यह सुखद आश्चर्य है कि मिश्रजी की रचनात्मकता अभी भी बनी हुई है और ये लोक-जीवन और प्रकृति में अभी भी रमे हुए हैं। वे अध्यात्म की पहचान लोक के भीतर ही करते हैं। समय के साथ सजग भाव से चलते रहने के कारण उनके अनुभवों में सतत ताज़गी दिखाई देती है। इसीलिए उनका हर नया काव्य-संग्रह पिछले से कुछ अलग होता है। 'मैं तो यहाँ हूँ' भी एक नई आभा लेकर आया है। मिश्रजी की प्रगतिशील दृष्टि अनुभवों के भीतर से ही मानव-मूल्यों की छवियाँ दीप्त करती है और पाठक-मन पर जीवन का एक सकारात्मक प्रभाव अंकित करती है। इनकी कविताओं में छोटी-छोटी निर्जीव वस्तुओं से संवेदनात्मक संबंध देखते ही बनता है।